श्री देवल माता

देवल माता का जन्म सवंत १४४४ माघ शुद्धी चौदस के दिन बताया गया हे ! देवल माता हिंगलाज माताजी की सर्वकला युक्त अवतार थी ! देवल माता ने भक्त भलियाजी और भूपतजी दोनों पर करुणा कर के एक के घर पुत्री और दुसरे के घर पुत्र वधु बनकर दोनों वंश उज्जवल किए ! इनका जन्म माडवा ग्राम भलियेजी सिन्ढायच के यहाँ हुवा था ! इनका ससुराल खारोडा ग्राम और पति बापन जी देथा थे ! मैया ने भक्तो के हितार्थ गृहस्ती धर्म पालन किया देविदास , मेपा, खींडा आदि देथा शाखा के चारण मैया के पुत्र थे ! बूट , बेचरा , बलाल, खेतु, बजरी , मानसरी यह : पुत्रिया थी !

एक बार जैसलमेर राजा गड़सी को भयंकर रोग हो गया था , इनकी पीड़ा मिटाने के लिए मैया खारोडो से माड़ प्रदेश होकर पधारी थी ! उस समय माड़ प्रदेश मे पानी की विकट समस्या थी ! मैया ने अपने तपोबल से सुमलियाई आदि ग्राम मे दस फ़ुट जमीन खोदन पर अथाह स्वच्छ जल होने का वरदान दिया था ! ऐसे अनेक चमत्कार बताते हुवे मैया ने गड़सी राजा को असाध्य रोग से छुटकारा दिलाया , तब राजा ने प्रसन्न होकर अनेक ग्राम ३६ लोक बगसिस करने का मातेश्वरी से निवेदन किया , तब मातेश्वरी ने सिर्फ़ ३६ लोक भक्त ही स्वीकार किए ! और राजा से प्रजा हित मे गड़ीसर नामक तालाब बनाकर उसमे हिंगलाज मैया का मन्दिर बनाने का आदेश दिया ! अभी वर्तमान मे जो गड़ीसर तालाब के अन्दर जो हिंगलाज मन्दिर बना हुवा हे , वो देवलजी का ही बनाया हुवा हे ! क्योकि वो मन्दिर हिंगलाज के नाम से ही बना हुवा था ! देवल मैया ख़ुद हिंगलाज की साक्षात् अवतार थी !

महामाया का स्मरण करना , सत्य बोलना , उतम सलाह देना , प्रजा हितेषी कर्म चारणों का कार्य पहचान हे !

देवल माता का देवलोक गमन सवंत १५८५ आषाढ़ सूद चौदस बताया गया हे ! १४१ वर्षो तक देवल माता मृत्यु लोक मे विराजमान रही ! श्री करनी माता आपसे चार माह उम्र मे बड़ी थी !

Maa Dewal Shakti Asthan, Kharoro Charn, Pakistan (Images provided by Jaidev Kulrya – Pakistan)

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7 thoughts on “श्री देवल माता

  1. shri deval maa ki jai ho, jai ho, deva; maa ke bare main padhkar badi khushi hue …………. a lot of thanks for you….. you are a great…… shri deval bless you and your family……………..padam chand goyal – jaisalmer

  2. Jai ma deval mata ka mandir karoda pakisatan me tha or bharat me booth rathoran th. Chohtan d. Barmer rajasthan me he or vaha pe dasaraha me jordar mela lgata he booth me jo murati he vo kharoda pakisatan se 1965 me laye te mididiya ke detha got ke charan laye te

    1. Jai Mata Ji Ri
      Much of biography of Shri Dewal Maa is described in above post. The birth place of Maa is village Madwa (माड़वा) 25km from Pokharan Rajasthan. And her in-laws are in village Kharoro (खारोड़ो) Charn in Sindh province of Pakistan.
      I share some Darshan images of Asthans in Kharoro and Madwa in following links.
      1- Kharoro Charn
      https://www.facebook.com/media/set/?set=a.10151964983784309.1073741831.658949308&type=1&l=10ed7c7ea2
      2-Madwa

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