श्री राजल माता

श्री राजल मातामैया श्री करनी माता का साक्षात अवतार थी , बीकानेर महाराजा पृथ्वी सिंह की अराध्य देवी थी ! महामाया राजल जोउदाजी चारण की पुत्री थी , चौराडा प्रान्त गुजरात मे उस समय साक्षात बालिका रूप मे विराजमान थी ! बीकानेर घराना हमेशा करनी माता काउपासक रहा हे ! राजा मैया के अनन्य भक्त थे ! उन्होंने राजल रूपेण श्री करनी माता का साक्षात दर्शन करने वहा पधारे ! देवयोग से महाराजाका घोड़ा राजल बाई के घर के पास मर गया ! उसी समय बालिका राजल बाई ने घोडे को अपने तपोबल से जीवित कर दिया ! राजा इसचमत्कार से प्रभावित होकर राजल शक्ति का महँ उपासक बन गया ! देवी ने मुस्कराते हुवे कहा भाई पृथ्वी , तुम्हे कभी भयानक परेशानी जाए तब मुझे याद कर लेना ! ऐसा बताया जाता हे की जब दिल्ही बादशाह अकबर ने एक नवरोजा प्रथा चलायी थी इसका मतलब तो सभीविध्वान जानते हे ! उस समय नवरोजा नामक प्रथा थी , जिसे चारणी राजल शक्ति ने अपने तपोबल से बंद करवाया , एसे अनेको चमत्कारमैया ने किए थे !

पीथल करी पुकार , आई राजल उदाई ! दीपे चौराड़ौ देश , सुणी अर्ज सुरराइ !
नवरोजा ले नार , अकबर गत अलखाई ! सीहनी रूप सजाय , गढ़ दिल्ही गणणाई !
सुणी धाक पातसाह सठ , पीर पैगम्बर पलट गया ! तुंरत क्षमा प्रथा तजी , भुपतिया प्रशन भया !!

2 thoughts on “श्री राजल माता

  1. mandir i rajal udani @t gujrat. zinzuwada dist patdi bajana @ charawda dist morbi @ shaper @ bhimasar dist rapar @ vondh dist bhachau @ ghadhshisha @ mandvi jay rajal mavdi udani jay jahumaa navlakh akhado vondh ta bhachau pandya brahman KULDEVI boedi ta hadwad wala na i rajal udani KULDEVI NE KOTI KOTI VANDAN

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